
भारत मे आयुर्वेद को बहुत ही महत्वपूर्ण मानते है आयुर्वेद हमे औषधीय पौधों और प्रकृति द्वारा प्रदत्त अनेक उपहार प्रदान करती है इन ही प्रदत्त मे से एक है “नारियल दूध शर्बत”।यह एक ऐसा शर्बत है जो न केवल स्वाद में लाजवाब होता है, बल्कि इसके अनगिनत स्वास्थ्य लाभ भी हैं। आधुनिक युग में जब लोगों का रुझान प्राकृतिक, शुद्ध और प्लांट-बेस्ड खाद्य पदार्थों की ओर बढ़ रहा है, नारियल दूध एक उत्तम विकल्प बनकर उभरा है। इस ब्लॉग में हम नारियल दूध शर्बत के निर्माण, पोषण, पारंपरिक और आधुनिक उपयोग, स्वास्थ्य लाभ, सावधानियाँ और इसके बाजार में उपलब्ध विभिन्न स्वरूपों की गहन जानकारी प्राप्त करेंगे।
नारियल दूध क्या होता है ?

नारियल दूध नारियल के सफेद गूदे से प्राप्त किया जाने वाला एक गाढ़ा, मलाईदार, सफेद रंग का तरल होता है। यह शरबत नारियल के गूदे को पानी के साथ पीसकर और फिर छानकर तैयार किया जाता है। यह डेयरी उत्पाद नहीं है और इसमें लैक्टोज नहीं होता, जिससे यह उन लोगों के लिए आदर्श विकल्प है जो लैक्टोज इनटोलरेंट हैं या शाकाहारी (vegan) जीवनशैली अपनाते हैं।
नारियल दूध का स्वाद कैसा होता है ?
नारियल दूध का स्वाद हल्का मीठा और सुगंधित होता है, जो विभिन्न प्रकार की रेसिपीज़ को विशिष्ट बनाता है। दक्षिण भारतीय व्यंजनों से लेकर थाई करी तक, नारियल दूध का उपयोग विश्वभर में फैल चुका है।
नारियल दूध शर्बत कैसे बनता है?

- सामग्री:
- ताजा नारियल का गूदा (1 पूरा नारियल)
- गुनगुना पानी (1-2 कप)
- स्वादानुसार दालचीनी, वनीला एक्सट्रैक्ट, खजूर का गूदा, या शहद
- विधि:
- सबसे पहले नारियल को फोड़कर उसका पानी अलग करें और गूदा निकाल लें।
- नारियल के गूदे को छोटे टुकड़ों में काटें।
- मिक्सर में गूदे को डालें और उसमें गुनगुना पानी डालकर अच्छी तरह पीसें।
- मिश्रण को मलमल के कपड़े या महीन छलनी से छान लें।
- जो तरल निकले, वही नारियल दूध है। आप इसे ठंडा करके तुरंत पी सकते हैं।
- स्वाद को बढ़ाने के लिए दालचीनी, वनीला या शहद मिला सकते हैं।
इस प्रक्रिया को दो बार दोहराकर first extract और second extract नारियल दूध प्राप्त किया जा सकता है। पहला दूध अधिक गाढ़ा होता है और मिठाइयों या करी में उपयोगी होता है, जबकि दूसरा हल्का और पीने योग्य होता है।
हृदय स्वास्थ्य में सहायक

नारियल दूध खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) को घटाते हैं। इसमे मौजूदा MCT (Medium Chain Triglycerides) होते हैं। जो अच्छे कोलेस्ट्रॉल (HDL) को बढ़ाते हैं, नारियल दूध न केवल कोलेस्ट्रॉल को अच्छा बनाता है। और इसके अलावा हमारे ब्लड प्रेशर को भी ठीक रखता है। नारियल दूध शर्बत पीने से हमारे हृदय को भी बहुत लाभ होते हैं। क्योंकि जब हमारा ब्लड प्रेशर सही रहता है, तो हमें कोई भी हृदय रोग नहीं होता सकता है।
वजन घटाने में सहायक

अगर किसी भी व्यक्ति का वजन न घाट रहा हो तो उसे नारियल दूध का प्रयोग अपने रोजाना जिंदगी में करना चाहिए। क्योंकि नारियल दूध न केवल हृदय को स्वस्थ रखता है, बल्कि हमारे वजन को भी घटनेके लिए बहुत लाभदायक होता है। क्योंकि इसके अंदर नारियल दूध में वसा होते हुए भी यह वजन घटाने में मदद कर सकता है। MCTs शरीर में ऊर्जा में परिवर्तित हो जाते हैं और चयापचय (metabolism) को बढ़ाते हैं।
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है
नारियल दूध हमारे स्क्रीन के लिए भी बहुत लाभदायक होता है। अगर आप रोजाना नारियल दूध का सेवन करते हो तो आप कोई भी इसके स्क्रीन रोग नहीं हो सकता क्योंकि इसमें मौजूद इसमें लॉरिक एसिड पाया जाता है, जो जीवाणु, वायरस और फंगल संक्रमणों से शरीर की रक्षा करता है। यह एक प्राकृतिक एंटीसेप्टिक के रूप में कार्य करता है।
हड्डियों और दाँतों की मजबूती

अगर किसी भी व्यक्ति की हड्डियां बहुत कमजोर हो, उठते बैठते समय उसकी हड्डियों में से चढ़-छड़ की आवाज आती हो तो ,उसे नारियल दूध शर्बत का सेवन करना चाहिए। क्योंकि नारियल दूध के अंदर बहुत ही ज्यादा कैल्शियम होता है। जो कि आपकी हड्डियों के लिए बहुत ही लाभदायक होता है. और इसके अलावा नारियल दूध में कैल्शियम और फॉस्फोरस की मात्रा दांतों को मजबूत बनाने में सहायक है।
त्वचा और बालों के लिए लाभकारी
नारियल दूध एक प्राकृतिक मॉइस्चराइज़र है। न केवल हमारे त्वचा को अंदर से स्वस्थ रखता है बल्कि अगर आप रोजाना नारियल दूध को अपने त्वचा के ऊपर लगाते हो तो आपकी बाहर से भी चमक दायक और ग्लोइंग हो जाएगी इसके अलावा अगर आप नारियल दूध को अपने बालों की जड़ों में लगते हो तो आपके बाल लोग की झड़ने की समस्या बंद हो सकती है
https://www.thehealthsite.com/fitness/coconut-water-in-summer-7-powerful-health-benefits-of-drinking-coconut-water-every-morning-1204163/पाचन में सहायक
अगर किसी भी व्यक्ति को गैस और कब्ज़ की समस्या बहुत ही ज्यादा होती हो तो का प्रयोग करना चाहिए क्योंकि नारियल दूध में मौजूद फाइबर पेट की सफाई करता है और गैस, अपच, एसिडिटी जैसी समस्याओं से राहत देता है।
नारियल भारतीय संस्कृति और धार्मिक अनुष्ठानों का अभिन्न हिस्सा है। केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक और अंडमान जैसे क्षेत्रों में नारियल दूध का उपयोग पीढ़ियों से होता आ रहा है। वहां इसे न केवल रसोई में बल्कि पूजा-पाठ, आयुर्वेदिक औषधियों, और सौंदर्य उपचारों में भी स्थान प्राप्त है।
आधुनिक जीवनशैली में जहाँ लोग प्राकृतिक, ऑर्गेनिक और स्वास्थ्यवर्धक विकल्पों की ओर बढ़ रहे हैं, नारियल दूध एक परंपरागत लेकिन प्रासंगिक विकल्प बन गया है। यह बाजार में आसानी से उपलब्ध है और घर पर भी सरलता से बनाया जा सकता है।
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डिस्क्लेमर Disclaimer
यह सलाह सहित सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यदि कोई भी व्यक्ति उपयोग करता है तो अपने डॉक्टर की या फिर चिकित्सा से सलाह जरूर करे । यदि इस से किसी को भी हनी या नुकसान होता है तो 1st ayurveda health इस के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.